तेरे मेरे बीच में दुनिया की एक दीवार थी..
बात कुछ तो थी मगर ,न दुश्मनी न प्यार थी...
बंद यूँ होने लगे ,उम्मीद के चिलमन तभी
दूर रह गए कहीं वो ,याद के गुलशन सभी
उस हसीन याद के दीदार की उम्मीद में ....मै जागता रहा ....
मील का पत्थर बना मै यूँ गडा हूँ राह में
धुल से सना हुआ मै धुप की पनाह में
देखो मुझको छोड़कर यूँ ,आगे बढ़ रहे है लोग
मुकद्दर नहीं मै बन सका, ठीक कर रहे है लोग
मुझे छोड़कर जो बढ़ गया उस यार की उम्मीद में ....मै जागता रहा
सब सो गए थे रास्ते ,और सो गयी दीवार भी
सब सो गए इस पार और सब सो गए उस पार भी
सो गए चिलमन और वो दर भी सारे सो गए
सो गये रुबाब और वो डर भी सारे सो गए
एक हसीन ख्वाब की बेकार सी उम्मीद मे...... मै जागता रहा
ANSH
बात कुछ तो थी मगर ,न दुश्मनी न प्यार थी...
बंद यूँ होने लगे ,उम्मीद के चिलमन तभी
दूर रह गए कहीं वो ,याद के गुलशन सभी
उस हसीन याद के दीदार की उम्मीद में ....मै जागता रहा ....
मील का पत्थर बना मै यूँ गडा हूँ राह में
धुल से सना हुआ मै धुप की पनाह में
देखो मुझको छोड़कर यूँ ,आगे बढ़ रहे है लोग
मुकद्दर नहीं मै बन सका, ठीक कर रहे है लोग
मुझे छोड़कर जो बढ़ गया उस यार की उम्मीद में ....मै जागता रहा
सब सो गए थे रास्ते ,और सो गयी दीवार भी
सब सो गए इस पार और सब सो गए उस पार भी
सो गए चिलमन और वो दर भी सारे सो गए
सो गये रुबाब और वो डर भी सारे सो गए
एक हसीन ख्वाब की बेकार सी उम्मीद मे...... मै जागता रहा
ANSH